आज मेरी पहचान बनी अब चिंता न रही चाहे जाऊँ जिस गली। आज मेरी पहचान बनी अब चिंता न रही चाहे जाऊँ जिस गली।
इंसान तेरे बल बेमिसाल है। इंसान तेरे बल बेमिसाल है।
शक्ति, सामर्थ्य और खुशी, सब का स्रोत हमारे भीतर है। शक्ति, सामर्थ्य और खुशी, सब का स्रोत हमारे भीतर है।
मेरी शक्ति बनकर मेरा ध्यान रखती है। ये माँ ही सब शक्ति का स्रोत बनती है। मेरी शक्ति बनकर मेरा ध्यान रखती है। ये माँ ही सब शक्ति का स्रोत बनती है।
यात्रा जर्नी जिंदगी मौत के खेल से तपती और निखरती शक्ति। यात्रा जर्नी जिंदगी मौत के खेल से तपती और निखरती शक्ति।
तू हमें अब पत्थरों से लड़ने कि ताकत दिला दे। ऐ जिंदगी तू हमें जीना सीखा दे तू हमें अब पत्थरों से लड़ने कि ताकत दिला दे। ऐ जिंदगी तू हमें जीना सीखा दे